निर्मल माँ....मेरी निर्मल माँ
मेरी निर्मल माँ....
सहज का देदो दान मुझे
दो भक्ति का वरदान मुझे
मेरी निर्मल माँ....
तेरा ही गुणगान करूँ मैं
मान करूँ.... सम्मान करूँ मैं,
श्री चरणों में शीष झुकाकर
बारम्बार प्रणाम करूँ....
मेरी निर्मल माँ....
राग द्वेष से मुक्ति पाऊं
अपना जीवन सफल बनाऊं,
मन-मंदिर में तुझे बसाकर
हरदम तेरा ध्यान करूँ....
मेरी निर्मल माँ....
अपना सर्वस अर्पित कर दूं
तन-मन-धन समर्पित कर दूं,
अपने सच्चे अंतर्मन से
तेरी जय-जयकार करूँ....
मेरी निर्मल माँ....
निर्मल माँ....मेरी निर्मल माँ...
मेरी निर्मल माँ....
सहज का देदो दान मुझे
दो भक्ति का वरदान मुझे
मेरी निर्मल माँ....
तेरा ही गुणगान करूँ मैं
मान करूँ.... सम्मान करूँ मैं,
श्री चरणों में शीष झुकाकर
बारम्बार प्रणाम करूँ....
मेरी निर्मल माँ....
राग द्वेष से मुक्ति पाऊं
अपना जीवन सफल बनाऊं,
मन-मंदिर में तुझे बसाकर
हरदम तेरा ध्यान करूँ....
मेरी निर्मल माँ....
अपना सर्वस अर्पित कर दूं
तन-मन-धन समर्पित कर दूं,
अपने सच्चे अंतर्मन से
तेरी जय-जयकार करूँ....
मेरी निर्मल माँ....
निर्मल माँ....मेरी निर्मल माँ...
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